सरकार ने 9 फरवरी को 29 रुपए किलो की रेट पर 'भारत चावल' की बिक्री शुरू की थी। अनुमान था कि सस्ते चावल को लोग हाथों हाथ लेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं? सुनिए 'सर जो तेरा चकराए'.
यह चावल पांच किलो और 10 किलोग्राम की पैकिंग में उपलब्ध है.
पिछले एक साल में चावल की खुदरा और थोक कीमतों में करीब 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
रिटेल आउटलेट्स पर बिक्री के लिए फिलहाल इस चावल की कीमत तय करने के साथ यह विचार हो रहा है कि पैकिंग का आकार कैसा होगा.
एफसीआई इस साल अब तक ओएमएसएस के तहत केवल 3.04 लाख टन चावल ही बेच पाई है.